loader image

व्यक्तित्व

व्यक्तित्व

हास्य-व्यंग्य के जादूगर: पंडित ओम व्यास ‘ओम

उज्जैन की पावन धरा पर अनेक महान साहित्यकारों ने जन्म लिया, जिन्होंने अपनी लेखनी से समाज को नई दिशा दी। उन्हीं में से एक थे पंडित ओम व्यास ‘ओम’ जी। वे केवल एक कवि नहीं, बल्कि हास्य-व्यंग्य के अप्रतिम हस्ताक्षर थे, जिनकी रचनाएँ समाज की कड़वी सच्चाइयों को हल्के-फुल्के अंदाज में प्रस्तुत करती थीं। 🎤 […]

राजनितिक, व्यक्तित्व

श्री बाबूलाल जैन, वरिष्ठ भाजपा नेता : उज्जैन के गौरव

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा श्री बाबूलाल जैन जी का जन्म 1933 में उज्जैन, मध्य प्रदेश में एक धार्मिक एवं संस्कारित परिवार में हुआ। बचपन से ही वे राष्ट्रभक्ति और समाजसेवा की भावना से ओत-प्रोत थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा उज्जैन में ही हुई और किशोरावस्था में ही वे सामाजिक कार्यों से जुड़ गए। संघ और जनसंघ

व्यक्तित्व

प्रकाश चंद्र सेठी: देश और प्रदेश की राजनीति के महत्वपूर्ण स्तंभ

प्रकाश चंद्र सेठी की जीवन यात्रा न केवल मध्य प्रदेश की राजनीति में बल्कि केंद्रीय राजनीति में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाती है। यहां उनके जन्म से लेकर मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री बनने तक का विवरण दिया गया है: जन्म और प्रारंभिक जीवन: • जन्म: 19 अक्टूबर 1920 को राजस्थान के झालावाड़ में हुआ।

व्यक्तित्व

राजाभाऊ महाकाल: उज्जैन की प्रतिष्ठा और गौरव के प्रतीक

राजा भाऊ महाकाल का नाम उज्जैन और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रेरणा के रूप में हमेशा याद किया जाएगा। 26 जनवरी 1923 को उज्जैन में महाकाल मंदिर के पुजारी परिवार में जन्मे राजाभाऊ महाकाल का जीवन भारत के स्वाधीनता संग्राम के महान नायक के रूप में प्रस्तुत होता है। 1. महाकाल की नगरी में

व्यक्तित्व

कवि प्रदीप : उज्जैन की शान: महान देशभक्त

महाकाल की पावन भूमि उज्जैन ने हमेशा अपनी संस्कृति, ज्ञान और महान विभूतियों के कारण गौरव प्राप्त किया है। इस पुण्य नगरी के बड़नगर कस्बे में 6 फरवरी 1915 को जन्मे कवि प्रदीप न केवल उज्जैन बल्कि पूरे देश का गौरव हैं। उनका असली नाम रामचंद्र नारायणजी द्विवेदी था, लेकिन उनकी लेखनी ने उन्हें “कवि

व्यक्तित्व

उज्जैन की शान: श्रीकृष्ण ‘सरल’

उज्जैन की साहित्यिक और सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध करने वाले महान साहित्यकार श्रीकृष्ण ‘सरल’ को उनकी राष्ट्रभक्ति और क्रांतिगाथाओं के लिए हमेशा याद किया जाएगा। श्रीकृष्ण ‘सरल’ न केवल उज्जैन के गौरव हैं, बल्कि भारतीय साहित्य और स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में उनकी अमिट छवि बनी हुई है। उज्जैन और सरल जी का जुड़ाव: •

व्यक्तित्व

प्रो. आद्या रंगाचार्य: कालिदास अकादमी, उज्जैन के प्रथम निदेशक

उज्जैन, जिसे भारतीय संस्कृति और साहित्य का तीर्थस्थल कहा जाता है, ने कालिदास अकादमी के रूप में एक ऐसी संस्था को जन्म दिया, जिसने भारतीय परंपरा, कला और साहित्य को अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुँचाया। इस अकादमी के पहले निदेशक प्रो. आद्या रंगाचार्य न केवल एक विद्वान बल्कि भारतीय नाट्यशास्त्र और संस्कृति के प्रखर संरक्षक थे।

व्यक्तित्व

उज्जैन के वीर सपूत, बलराम जोशी, ने 1999 में हुए कारगिल

युद्ध में अद्वितीय साहस और वीरता का परिचय दिया। उनकी बहादुरी और बलिदान ने न केवल उज्जैन, बल्कि पूरे देश को गर्वित किया। प्रारंभिक जीवन और सैन्य सेवा: बलराम जोशी का जन्म उज्जैन में हुआ था। उन्होंने भारतीय सेना में भर्ती होकर 13 जम्मू और कश्मीर राइफल्स में अपनी सेवा शुरू की। उनकी नेतृत्व क्षमता

व्यक्तित्व

उज्जैन के पहले सांसद: पं. श्री राधेलाल बिहारीलाल व्यास

उज्जैन की समृद्ध संस्कृति और इतिहास में पं. श्री राधेलाल बिहारीलाल व्यास का नाम स्वर्णाक्षरों में दर्ज है। 1952 में, भारत के पहले आम चुनाव में उज्जैन से सांसद बनने वाले ये महान स्वतंत्रता सेनानी, सामाजिक सुधारक और शिक्षाविद् थे। 🔷 स्वतंत्रता संग्राम के नायक महात्मा गांधी के आदर्शों से प्रेरित होकर पं. राधेलाल व्यास

व्यक्तित्व

उज्जैन के अमर गौरव: डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर

उज्जैन, जो स्वयं भारतीय सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का एक जीवंत उदाहरण है, ने डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर जैसे महान पुरातत्वविद् को जन्म दिया। उनका जीवन और कार्य केवल उज्जैन ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए गौरव की बात है। उज्जैन से उनका संबंध: डॉ. वाकणकर का जन्म 4 मई 1919 को हुआ। उन्होंने

Scroll to Top