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प्रकाश चंद्र सेठी: देश और प्रदेश की राजनीति के महत्वपूर्ण स्तंभ

प्रकाश चंद्र सेठी की जीवन यात्रा न केवल मध्य प्रदेश की राजनीति में बल्कि केंद्रीय राजनीति में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाती है। यहां उनके जन्म से लेकर मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री बनने तक का विवरण दिया गया है:

जन्म और प्रारंभिक जीवन:

• जन्म: 19 अक्टूबर 1920 को राजस्थान के झालावाड़ में हुआ।
• शिक्षा: उन्होंने बी.ए. और एल.एल.बी. की डिग्री हासिल की और शिक्षा के दौरान ही सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय हो गए।

प्रारंभिक राजनीतिक जीवन:
• 1939 में उज्जैन के माधव महाविद्यालय के स्नेह सम्मेलन और माधव क्लब के सचिव बने।
• 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लेकर स्वतंत्रता संग्राम में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
• स्वतंत्रता के बाद, उज्जैन में कांग्रेस संगठन में सक्रिय रहे और 1951, 1954, और 1957 में उज्जैन जिला कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए।

राजनीतिक प्रगति:

• उज्जैन जिला सहकारी बैंक के संचालक के रूप में भी कार्य किया।
• 1967 से 1972 और 1972 से 1977 तक मध्य प्रदेश विधान सभा के सदस्य रहे, जहाँ उनकी नेतृत्व क्षमता को व्यापक मान्यता मिली।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री:
• 29 जनवरी 1972 को पहली बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और 22 मार्च 1972 तक इस पद पर रहे।
• 23 मार्च 1972 से 22 दिसंबर 1975 तक वे दोबारा मुख्यमंत्री बने और इस दौरान राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्यकाल:
• सेठी जी ने केंद्रीय राजनीति में भी अपनी पहचान बनाई। वे भारत सरकार में गृह मंत्री और रक्षा मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे।
• उन्होंने केंद्रीय स्तर पर भी अपनी नेतृत्व क्षमता और संगठनात्मक कौशल का परिचय दिया, जिससे देश के प्रशासन में उनकी भूमिका और अधिक प्रभावशाली हो गई।

प्रकाश चंद्र सेठी का जीवन एक उत्कृष्ट राजनेता के रूप में उनकी यात्रा को दर्शाता है, जिन्होंने न केवल राज्य बल्कि देश की सेवा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका जीवन आज भी प्रेरणा स्रोत है, जो नेतृत्व, समर्पण, और सेवा का प्रतीक है।

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