उज्जैन, जिसे मोक्षदायिनी नगरी कहा जाता है, में अनेक दिव्य और चमत्कारी मंदिर स्थित हैं। इन्हीं में से एक अत्यंत प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है – श्री उजड़खेड़ा हनुमान मंदिर। यह मंदिर न केवल श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, बल्कि इसे चमत्कारी भी माना जाता है।
🛕मंदिर का इतिहास और पौराणिक महत्व
श्री उजड़खेड़ा हनुमान मंदिर का इतिहास बहुत प्राचीन है और इसकी स्थापना को लेकर कई मान्यताएँ प्रचलित हैं।
📖पौराणिक मान्यता:
यह माना जाता है कि त्रेतायुग में जब भगवान श्रीराम ने लंका पर विजय प्राप्त की थी, तब भगवान हनुमान जी ने इस स्थान पर कुछ समय के लिए विश्राम किया था।
🌿लोककथाओं के अनुसार:
▪ कहा जाता है कि यह मंदिर सिद्ध स्थल है, जहाँ हनुमान जी की स्वयंभू प्रतिमा विराजमान है।
▪ कई संतों और तपस्वियों ने यहाँ कठोर तपस्या की है, जिससे यह स्थान विशेष आध्यात्मिक ऊर्जा से युक्त माना जाता है।
🌟मंदिर की विशेषताएँ
🔹स्वयंभू हनुमान प्रतिमा: यहाँ हनुमान जी की प्रतिमा स्वयं प्रकट हुई थी, जिससे यह स्थान और भी अधिक पवित्र माना जाता है।
🔹मनोकामना पूर्ण करने वाला स्थान: यह विश्वास किया जाता है कि जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से यहाँ आकर प्रार्थना करता है, उसकी सभी इच्छाएँ पूर्ण होती हैं।
🔹हनुमान जन्मोत्सव का विशेष आयोजन: हर साल चैत्र माह में हनुमान जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
🔹विशेष अनुष्ठान और हवन: भक्त यहाँ विशेष अनुष्ठान, हवन, सुंदरकांड पाठ और भजन-कीर्तन करवाते हैं।
🔥यहाँ की विशेष पूजा और अनुष्ठान
श्री उजड़खेड़ा हनुमान मंदिर में कुछ विशेष पूजा-अर्चना की जाती है, जिससे भक्तों को हनुमान जी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है:
🔸मंगलवार और शनिवार को विशेष पूजा: इन दिनों विशेष रूप से भक्तों की भीड़ होती है और हनुमान जी को तेल, सिंदूर, गुड़-चने का भोग अर्पित किया जाता है।
🔸हनुमान चालीसा पाठ: यहाँ नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है, जिससे भक्तों को मानसिक शांति और ऊर्जा प्राप्त होती है।
🔸हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर विशेष अनुष्ठान: इस दिन भव्य झांकी, भजन-कीर्तन, हवन और विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है।
🙏 आइए, श्री उजड़खेड़ा हनुमान मंदिर में आकर भगवान हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त करें और अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भरपूर बनाएँ।
📸 क्या आपने श्री उजड़खेड़ा हनुमान मंदिर के दर्शन किए हैं? अपने अनुभव हमें कमेंट में बताएं!