उज्जैन, जिसे कालों के काल महाकाल की नगरी कहा जाता है, अपने प्राचीन मंदिरों और अद्भुत ज्योतिषीय महत्व के कारण विशेष पहचान रखता है। यहाँ स्थित महाकाल मंदिर परिसर में स्थित नवग्रह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए विशेष आस्था का केंद्र है। इस मंदिर में सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु की पूजा-अर्चना की जाती है, जिससे ग्रह दोषों का निवारण होता है।
महाकाल मंदिर स्थित नवग्रह मंदिर का महत्व
🔸उज्जैन को ज्योतिष और खगोलशास्त्र की प्राचीन राजधानी माना जाता है, और यहाँ स्थित नवग्रह मंदिर का विशेष धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व है।
🔸यह मंदिर महाकाल मंदिर परिसर के भीतर स्थित है और यहाँ नवग्रहों की विशेष पूजा की जाती है।
🔸मान्यता है कि नवग्रहों की स्थिति का प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है, और इस मंदिर में पूजा करने से ग्रह दोषों का निवारण होता है।
🔸विशेष रूप से शनि, राहु और केतु के दोषों से मुक्ति पाने के लिए श्रद्धालु यहाँ आकर पूजन-अर्चन करते हैं।
क्या है नवग्रह पूजा का महत्व?
🌞 सूर्य पूजा – स्वास्थ्य, मान-सम्मान और आत्मविश्वास में वृद्धि।
🌙 चंद्र पूजा – मानसिक शांति और भावनात्मक स्थिरता।
🔥 मंगल पूजा – साहस, शक्ति और वैवाहिक जीवन में सुख।
📚 बुध पूजा – बुद्धि, वाणी और व्यापार में सफलता।
🪐 गुरु पूजा – ज्ञान, धन और आध्यात्मिक उन्नति।
💎 शुक्र पूजा – प्रेम, सौंदर्य और वैवाहिक सुख।
⚫ शनि पूजा – कर्मों के अनुसार न्याय और शनि दोषों से मुक्ति।
🐍 राहु पूजा – अप्रत्याशित बाधाओं और कालसर्प दोष से मुक्ति।
☄ केतु पूजा – आध्यात्मिक जागरण और मोक्ष प्राप्ति।
📍स्थान – नवग्रह मंदिर महाकालेश्वर मंदिर परिसर के अंदर स्थित है।
श्रद्धालुओं से अनुरोध
🚩यदि आप ग्रहों के अशुभ प्रभावों से मुक्ति पाना चाहते हैं और नवग्रहों की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि चाहते हैं, तो महाकाल मंदिर स्थित नवग्रह मंदिर के दर्शन अवश्य करें।
🚩महाकाल की नगरी में स्थित यह दिव्य स्थल आपको सकारात्मक ऊर्जा और ग्रहों का शुभ प्रभाव प्रदान करेगा।