उज्जैन नगरी के अंगारेश्वर महादेव को भूमि पुत्र के रूप में पूजा जाता है, जो न केवल धार्मिक, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। अंगारेश्वर महादेव का यह स्थान एक दिव्य प्रतीक है, जो भक्तों को आत्मिक शांति, समृद्धि और बुराई से मुक्ति की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करता है।
अंगारेश्वर महादेव – भूमि पुत्र का स्वरूप
अंगारेश्वर महादेव को भूमि पुत्र माना जाता है, क्योंकि मान्यता के अनुसार, वे धरती के संरक्षण और समृद्धि के लिए भगवान शिव के रूप में अवतरित हुए थे। यह स्थल न केवल एक पवित्र पूजा स्थल है, बल्कि यह धरती के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने का एक माध्यम भी है। भूमि पुत्र के रूप में भगवान शिव की उपासना का उद्देश्य धरती माता की उपासना और सम्मान करना है।
अंगारेश्वर महादेव और भात पूजन
भात पूजन का आयोजन अंगारेश्वर महादेव के मंदिर में विशेष रूप से होता है। यह अनुष्ठान भूमि पुत्र की पूजा के रूप में देखा जाता है, जहां श्रद्धालु अपने परिवार के सुख-शांति, समृद्धि और बुराईयों से मुक्ति के लिए भगवान शिव से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
भूमि पुत्र की पूजा का महत्व
1. धरती माता का सम्मान – भूमि पुत्र के रूप में भगवान शिव की पूजा से धरती माता के प्रति श्रद्धा और आभार व्यक्त किया जाता है।
2. पारिवारिक समृद्धि – भात पूजन के माध्यम से संतान सुख, पारिवारिक समृद्धि और समग्र जीवन में सुख-शांति की कामना की जाती है।
3. जीवन के संकटों से मुक्ति – यह पूजा सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति दिलाने और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने का एक प्रभावशाली उपाय है।
आइए, हम सभी मिलकर अंगारेश्वर महादेव के चरणों में अपने आस्था का अर्पण करें
इस पावन अवसर पर “प्राइड ऑफ उज्जैन” सभी भक्तों को अंगारेश्वर महादेव के आशीर्वाद से परिपूर्ण जीवन की शुभकामनाएँ देता है। आइए, हम सब मिलकर इस भूमि पुत्र की पूजा करें और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को मंगलमय बनाएं।
हर हर महादेव! 🚩