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महाकाल मंदिर स्थित नवग्रह मंदिर

उज्जैन, जिसे कालों के काल महाकाल की नगरी कहा जाता...

सिद्धवट मंदिर, उज्जैन – पितृ तर्पण, मोक्ष और

उज्जैन, जिसे मोक्षदायिनी नगरी कहा जाता है, न केवल...

गोपाल मंदिर: उज्जैन की भक्ति और वास्तुकला का

गोपाल मंदिर, उज्जैन के पवित्र शहर की ऐतिहासिक और...

गेबी हनुमान मंदिर, उज्जैन

उज्जैन, जो अपनी धार्मिक महिमा और ऐतिहासिक महत्व के...

हास्य-व्यंग्य के जादूगर: पंडित ओम व्यास ‘ओम

उज्जैन की पावन धरा पर अनेक महान साहित्यकारों ने...

श्री बाबूलाल जैन, वरिष्ठ भाजपा नेता : उज्जैन

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा श्री बाबूलाल जैन जी का...

प्रकाश चंद्र सेठी: देश और प्रदेश की राजनीति

प्रकाश चंद्र सेठी की जीवन यात्रा न केवल मध्य...

राजाभाऊ महाकाल: उज्जैन की प्रतिष्ठा और गौरव के

राजा भाऊ महाकाल का नाम उज्जैन और भारतीय स्वतंत्रता...

पंजाबी व हिंदी गायिका व अभिनेत्री सुश्री सुनंदा

श्री महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद...

शीतला सप्तमी का पावन पर्व: पारंपरिक भोग और

🙏 जय शीतला माता 🙏 उज्जैन के सभी शीतला माता मंदिर...

विक्रम संवत: भारत की प्राचीन और गौरवशाली कालगणना

भारत की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर में विक्रम...

सिंहस्थ 2028 – आस्था, परंपरा और अध्यात्म का

उज्जयिनी की पावन धरा पर एक बार फिर आध्यात्मिक...

रीगल टॉकीज़: उज्जैन की फिल्मी विरासत

उज्जैन का रीगल टॉकीज़, जो गोपाल मंदिर के ठीक सामने...

कालिदास समारोह: उज्जैन की साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत

कालिदास और उज्जैन का ऐतिहासिक संबंध: उज्जैन सिर्फ...

त्रिवेणी संगम – शिप्रा, गंडकी और सरस्वती नदियों

उज्जैन का त्रिवेणी संगम एक अत्यधिक पवित्र और...

विक्रम विश्वविद्यालय – उज्जैन की शैक्षणिक धरोहर

उज्जैन, जो अपनी धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक...

सीएम के आदेश पर बढ़ाई गई मेला अवधि,

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आदेश पर उज्जैन विक्रम...

शहर में 1 अप्रेल से नहीं बिकेगी शराब,

उज्जैन शहर में नगर सीमा की 17 शराब दुकानों को 1...

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत नई सड़कों का

उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड (USCL) के तहत शहर में...

कोयला फाटक से छत्री चौक तक आज मार्किंग:मार्ग

सिंहस्थ 2028 के लिए शहर के प्रमुख मार्गों का...

सिंहस्थ 1980: परंपरा और आधुनिकीकरण का संगम

1980 का सिंहस्थ और सामाजिक एकता सिंहस्थ 1980 के...

सिंहस्थ 1992: आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र

सिंहस्थ 1992 का आयोजन 1992 में हुए सिंहस्थ का...

सिंहस्थ 2004: तकनीकी और सांस्कृतिक नवाचार

2004 का सिंहस्थ और तकनीकी प्रयोग सिंहस्थ 2004 के...

सिंहस्थ 2028 – आस्था, परंपरा और अध्यात्म का

उज्जयिनी की पावन धरा पर एक बार फिर आध्यात्मिक...

मालीपुरा का फूल व्यवसाय: उज्जैन की खुशबूदार धरोहर

उज्जैन, जो अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के...

उज्जैन की ‘मगरमुहा की गली’ – इस नाम

उज्जैन सिर्फ महाकाल की नगरी ही नहीं, बल्कि इतिहास...

बिटिया की शादी के बाद बाबा महाकाल को

प्रसिद्ध कवि व कथाकार कुमार विश्वास (Kumar...

उज्जैन के टेम्पो – एक यादगार सफर की

उज्जैन, भगवान महाकाल की पावन नगरी, जहाँ हर गली, हर...

देवों और विरासत की नगरी

इतिहास के पन्नों से
उज्जैन की गौरवशाली यात्रा

उज्जैन, भारत के सबसे प्राचीन और पूजनीय शहरों में से एक, करोड़ों लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है। “देवों की नगरी” के नाम से प्रसिद्ध, यह भव्य मंदिरों, पवित्र घाटों और समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं का केंद्र है। अध्यात्म और शिक्षा का यह केंद्र सदियों के इतिहास का साक्षी रहा है, जिससे यह तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और इतिहास प्रेमियों के लिए एक प्रतिष्ठित स्थान बन गया है।

यह शहर महाकालेश्वर मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जो बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है और जिसे दुनिया भर के भक्त पूजते हैं। उज्जैन हर 12 वर्षों में होने वाले कुंभ मेले का भी गौरवशाली मेजबान है, जो विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है और जिसमें लाखों लोग शामिल होते हैं। इसका ऐतिहासिक धरोहर, प्राचीन स्मारकों, कला और त्योहारों के रूप में उज्जवल रूप से संजोया गया है, जो भारत की आध्यात्मिक विरासत का जीवंत प्रमाण है। इसकी जीवंत बाजारों और पारंपरिक हस्तशिल्पों से लेकर क्षिप्रा नदी के शांत किनारों तक, उज्जैन एक ऐसा अनुभव प्रदान करता है जो रूपांतरणकारी और शाश्वत दोनों है।

आध्यात्मिक स्थल

उज्जैन, भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का प्रतीक है। महाकालेश्वर मंदिर, हरसिद्धि मंदिर और काल भैरव मंदिर जैसी धार्मिक स्थलों से लेकर जीवंत सिंहस्थ कुंभ मेला तक, यह शहर धार्मिक आस्था और परंपराओं से भरपूर है। उज्जैन की संस्कृति प्राचीन घाटों, रंगीन बाजारों और पारंपरिक कला के रूप में जीवित है, जो इसकी समृद्ध ऐतिहासिक धरोहर को दर्शाते हैं।

इतिहास और विरासत

सभ्यता की अमर धरोहर

उज्जैन, भारत की प्राचीनतम नगरियों में से एक, सदियों से आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को संजोए हुए है। यह नगरी महान सम्राट विक्रमादित्य की राजधानी रही है और ज्योतिष व खगोल विज्ञान का केंद्र मानी जाती है। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की पावन उपस्थिति, ऐतिहासिक किले, और पवित्र क्षिप्रा नदी के किनारे बसे इस नगर का हर कोना एक अनोखी कहानी बयां करता है। कुंभ मेले की भव्यता, अद्भुत मंदिरों की श्रृंखला, और वेद-शास्त्रों से जुड़ा इसका गहरा संबंध इसे एक जीवित धरोहर बनाता है। उज्जैन केवल एक शहर नहीं, बल्कि भारतीय इतिहास, धर्म और संस्कृति की आत्मा है।

महाकालेश्वर मंदिर

उज्जैन का प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र, जो भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रसिद्ध है।

क्षिप्रा नदी

पवित्र क्षिप्रा नदी शहर के केंद्र में बहती है, इसके घाट धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों का केंद्र हैं।

Maharajwada

महाराजवाड़ा

उज्जैन की ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक है, जो मराठा काल की भव्यता और स्थापत्य कला को दर्शाता है।

सिंहस्थ मेला स्थल

सिंहस्थ मेला का आयोजन हर 12 वर्षों में होता है, जो उज्जैन को धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाता है।

ज्योतिष शास्त्र और विद्या

उज्जैन को प्राचीनकाल में शिक्षा, खगोलशास्त्र और गणित के केंद्र के रूप में जाना जाता था।

उज्जैन:आस्था और विरासत की खोज

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सिंहस्थ मेला उज्जैन का पवित्र आयोजन है, जो हर 12 वर्षों में क्षिप्रा नदी के तट पर होता है। यह आस्था, आध्यात्म और संस्कृति का महासंगम है, जिसमें लाखों श्रद्धालु पुण्य स्नान और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं।

हर कोना, एक नया अनुभव

उज्जैन के पर्यटन स्थल

उज्जैन अपने धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, हरसिद्धि मंदिर, और काल भैरव मंदिर जैसे पवित्र स्थल आस्था के प्रमुख केंद्र हैं। पवित्र क्षिप्रा नदी के घाट, विशेष रूप से रामघाट, धार्मिक अनुष्ठानों और मेलों का मुख्य स्थल हैं। सिंहस्थ कुंभ मेला उज्जैन को वैश्विक पहचान देता है, जबकि वेधशाला और संदीपनी आश्रम इसके ऐतिहासिक और शैक्षणिक महत्व को दर्शाते हैं। यह शहर आस्था, इतिहास और संस्कृति का संगम है।

उज्जैन यात्रा: सफर आस्था और इतिहास का

उज्जैन पहुंचने का सरल उपाय, उज्जैन कैसे घूमें और कहां-कहां घूमें?

व्यापार और उद्योग में उज्जैन की नई पहचान

उज्जैन का औद्योगिक क्षेत्र

उज्जैन का अब औद्योगिक दृष्टिकोण से भी तेजी से विकसित हो रहा है। यहाँ औद्योगिक पार्कों, वाणिज्यिक गतिविधियों और व्यापारिक केंद्रों का विस्तार हो रहा है, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। साथ ही, प्रौद्योगिकी और शिक्षा में सुधार के साथ युवा पीढ़ी को प्रशिक्षित किया जा रहा है। सड़क, जल, बिजली और परिवहन नेटवर्क में सुधार के कारण उद्योगों के लिए उज्जैन एक सुविधाजनक स्थान बन रहा है। “प्राइड ऑफ उज्जैन” इस औद्योगिक विकास को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने के लिए समर्पित है।

प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र और उद्योग

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